प्रकृति के विरुद्ध चलने पर व्यक्ति अपने शरीर को नष्ट कर देता है। उसकी ताकत कम हो जाती है, उसकी उम्र कम होने लगती है और उसका चेहरा खराब हो जाता है। हैंड सेक्स, एनल सेक्स, एनिमल सेक्स और ओरल सेक्स को प्रकृति के खिलाफ माना जाता है। इस तरह के सेक्स से पुरुष सेक्स और वीर्य नष्ट हो जाते हैं। नामर्दी होने के कारण ये किसी भी महिला को शोभा नहीं देते। असली कारण यह है कि ऐसे व्यक्ति का वीर्य पानी जितना पतला होता है।
वीर्य को गाढ़ा करने और पुरुषत्व को बनाए रखने के लिए, दागी भावनाओं और गंदे-सेक्सिस्ट विचारों से ध्यान हटाना आवश्यक है। इनके अलावा, यहां कुछ अमूल्य सुझाव दिए गए हैं जो एक आदमी को अपनी मर्दानगी वापस पाने में मदद कर सकते हैं।
सम्भोग के बाद थोड़ा-सा गुड़ खाने से कभी कमजोरी नहीं आती।
एक बताशे में बड़ का दूध भरकर रोज खाने से वीर्य पुष्ट होता है।
प्याज के रस में, शहद मिलाकर चाटने से निश्चय ही बल-बीर्य बढ़ता है।
दस-दस ग्राम शहद और मुलहठी को पांच ग्राम धी के साथ खाने तथा ऊपर से दूध पीने से मैथुन शक्ति बहुत बढ़ जाती है। यह परीक्षित रामबाण दवा है।
असगंध और विधारा का समभाग कूट-पीसकर छान लें। रोज एक तोला चूर्ण गाय के गरम दूध के साथ लेने से बूढ़ा व्यक्ति भी युवाओं से आगे निकल जाता है।
एक कच्चे अंडे में पच्चीस ग्राम शुद्ध शहद मिलाकर सर्दियों में सुबह के वक्त सेवन करें। इसके बाद गरम दूध पी लें। यह मर्दाना ताकत की बेहतरीन खुराक है। इसका सेवन कम से कम एक महीना तक करें खटाई एवं चावल का परहेज रखें।
एक किलो गाजर को कद्दूकस में घिसकर चार किलो दूध में पकाएं। जब दूध सूख जाए, तो उसमें एक पाव देशी घी और दस अंडे डालकर भूनें साठ ग्राम इस योग को प्रतिदिन दूध के साथ लेने से मर्दाना ताकत कई गुना बढ़ जाती है।
त्रिफले का चूर्ण, शहद, घी और कांतिसार इन सबको बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। रात को सोने से पहले इसका सेवन करने से पुरुष की स्तंभन शक्ति में अपार वृद्धि होती है।
विदारीकंद और गोखरू चूर्ण के समभाग में मिश्री मिलाकर रख लें। रोज दूध या पानी के साथ एक तोला चूर्ण लेने से वीर्य शुद्ध और गाढ़ा होता है।
सम्भोग के उपरांत जरा सी सोठ डालकर औटाया हुआ दूध पीने से खोई शक्ति लौट आती है।
प्रातःकाल छोटी पिप्पली दूध और शहद के साथ लेने पर शरीर की पौष्टिकता बढ़ती है। छोटी पिप्पली को पीसकर शीशी में रख लेना चाहिए और एक चम्मच चूर्ण एक बार में लेना चाहिए।
देशी घी में सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाएं। साठ ग्राम हलवे में दस ग्राम शुद्ध शहद मिलाकर रोजाना एक महीने तक खाएं। यह मर्दाना ताकत की एक रामबाण औषधि है।
असगंध के चूर्ण में घी, शहद और मिश्री मिलाकर सुबह चार तोले रोज एक मास तक सेवन करने से बूढ़ा भी जवान हो जाता है। यह एक परीक्षित नुस्खा है।
जो व्यक्ति देशी घी में भुनी हुई मछलियां खाता है, वह स्त्री प्रसंग में कभी पीछे नहीं हो पाता।
आधा सेर दूध में एक तोला सतावर पीसकर डाल दें। जब पकाने से दूध डेढ़ पाय रह जाए, तो उसमें मिश्री मिला दें। इस दूध को पीने से कामेच्छा बढ़ती है और लिंग ढीला नहीं पड़ता। यह दूध कम-से-कम चालीस दिन पिएं और स्त्री से दूर रहें।
बिदारीकंद के चूर्ण को घी, दूध और गूलर के रस के साथ पीने से बूढ़ा भी जवान हो जाता है। बिदारीकंद को कूट-पीसकर छान लें। उसमें से दो तोले चूर्ण को गूलर के स्वरस में मिलाकर चाट लें और ऊपर से दूध पिएं। दूध में घी डाल सकते हैं। यह एक अद्भुत नुस्खा है।
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