क्रिस्टल कंडोम के इस्तेमाल से आप अपने लिंग को लम्बा मोटा और अपनी शीघ्रपतन की समस्यां से छुटकारा प् सकते है और इसका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होता है ये सिलिकॉन मटेरिअल से तैयार किया जाता है और इस पर छोटे छोटे डॉटेड भी बने होते है जिनसे आप अपने साथी को संतुष्टि प्राप्त करा सकते है और जायदा अधिक आंनद पा सकते है
क्रिस्टल कंडोम के कई रंग भी होते है आप अपना पसंदीदा रंग भी पा सकते है
कितने दिन चलता है क्रिस्टल कंडोम ?
क्रिस्टल कंडोम बार बार इस्तेमाल करने वाला कंडोम है ये आपका बहुत आसानी से एक साल तक चल जाता है
ये न तो कटता है और न ही फटता है आप इसको धोकर इस्तेमाल कर सकते है |
crystal condom कंडोम के फायदे (Benefits Of Condoms
- गर्भनिरोधक (Contraceptive)
- सेफ सेक्स (Safe Sex)
- शीघ्रपतन (Erectile Dysfunction)
- एक्सट्रा टाइम (Extra Sex Time)
- एक्सट्रा प्लेजर (Extra Pleasure)
कंडोम क्या है और इसका उपयोग करना सब जानते हैं। मगर कंडोम / निरोध को सही तरीके से यूज करना शायद बहुत कम पुरुषों को ही पता होता है।
मार्केट में सस्ते-महंगे कई प्रकार के कंडोम (Men’s Condoms) बिक रहे हैं। ये तो सब जानते हैं कि सेक्शुअल हाइजीन (Safe Sex) के लिए ये सही होते हैं।
सही कंडोम का उपयोग करने से ही सेक्स टाइमिंग और एक्सट्रा प्लेजर (Extra Pleasure) की बात पूरी हो सकती है।
पुरुषों की जरूरत के हिसाब से अलग-अलग टाइप के निरोध बनाए जाते हैं। इस जानकारी से बहुत पुरुष अंजान हो कर बस कंडोम को ब्रांड्स, फ्लेवर, डॉट्स के आधार पर ही खरीदते हैं।
1. फ्लेवर कंडोम (Flavored Condoms)
मार्केट में फ्लेवर्ड कंडोम खूब मिल रहे हैं। चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी, ग्रीन एप्पल जैसे कई फ्लेवर वाले निरोध लोगों को पसंद आ रहे हैं। इनकी महक ने लोगों का दिल जीत लिया। मगर आपको इसके उपयोग के बारे में भी जान लेना चाहिए।
फ्लेवर कंडोम का उपयोग
इस तरह के निरोध का उपयोग इंटरकोर्स के लिए नहीं किया जाता है। मगर भारत में इसका गलत प्रयोग होता है क्योंकि हमारे यहां ओरल सेक्स को लीगल नहीं किया गया है।
2. रेगुलर कंडोम (Regular Condoms)
रेगुलर कंडोम लंबे समय से मार्केट में बिक रहे हैं। जो लोग फैंसी कंडोम पसंद नहीं करते, उनके लिए ये बहुत सही हैं। इनको अधिकतर पुरुष उपयोग कर सकते हैं। साथ ही इसके साइड इफेक्ट भी बहुत कम होते हैं।